20/09/2022
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22/11/2021
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17/11/2019
08 May 2020
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27 February 2020
25 May 2018
19 March 2018
28 February 2018
28 January 2018
28 January 2018
07 January 2018
05 January 2018
03 January 2018
30 December 2017
आर्यवन, रोजड
(वैदिक दर्शन अध्यापन एवं ध्यान योग प्रशिक्षण का आदर्श संस्थान)
दर्शन योग महाविद्यालय की स्थापना चैत्र शुक्ला प्रतिपदा विक्रम संवत् २०४३ (१०अप्रैल१९८६) को श्री स्वामी सत्यपति जी परिव्राजक द्वारा हुई । वर्तमान में स्वामी विवेकानंद परिव्राजक (निदेशक), स्वामी ब्रहमविदानन्द सरस्वती (आचार्य), स्वामी ध्रुवदेव परिव्राजक (कार्यकारी आचार्य), आचार्य प्रियेश (उपाचार्य), आचार्य ईश्वरानंद (कार्यकारी उपाचार्य), आचार्य दिनेश कुमार (व्यवस्थापक) के पद पर कार्यरत है ।
कुरुक्षेत्र, हरियाणा
(वैदिक योग साधना एवं योग प्रशिक्षण का आदर्श संस्थान)
अभ्युदय (लौकिक उपलब्धियाँ) और निःश्रेयस (मोक्ष) वैदिक भारतीय संस्कृति की विरासत है और इसको आत्मसात् किए बिना मानव जीवन की सफलता असम्भव है। अतः इसकी रक्षा और वृद्धि हम सबका एक अनिवार्य कर्त्तव्य बन जाता है। इसी उद्देश्य से दर्शन योग धर्मार्थ ट्रस्ट की ओर से ‘दर्शन योग साधना आश्रम’ के नाम से एक नई और विशिष्ट योजना का शुभारम्भ दिनांक ३०/१०/२०१६ को गीता प्रादुर्भाव की पुण्यभूमि कुरुक्षेत्र, हरियाणा से किया गया है । वहाँ तीन बीघा भूमि है उसमें 4 साधना कुटिरों का निर्माण किया गया है। वर्तमान में उच्चस्तरीय साधना का अनुष्ठान आरम्भ हो गया है । अब तक इस पुनीत कार्य में लगभग 50 लाख रुपये राशि व्यय हो चुकी है । तथा दर्शन योग महाविद्यालय के आचार्य विद्वान आदि उच्चस्तरीय योग साधना कर रहें हैं ।
रोजड़, गुजरात
(वैदिक धर्म की रक्षा और समृद्धि का आदर्श संस्थान)
दर्शन योग धर्मार्थ ट्रस्ट अपने पूर्वजों ऋषि-मुनियों के द्वारा अनुपालित परम्पराओं की अनमोल थाती को सुरक्षित रखने के लिए सदैव प्रयासशील है । आर्य समाज में योग-विद्या में आदर्श माने जाने वाले पूज्य स्वामी सत्यपति जी परिव्राजक की यह अभिलाषा रही है कि समाज में ऐसे सत्यवादी परोपकारी दार्शनिक आदर्श योगियों का निर्माण किया जाये, जिनका मुख्य उद्देश्य निष्ठापूर्वक ईश्वर, जीव, प्रकृति व भौतिक पदार्थों का वैदिक ज्ञान-विज्ञान आदान-प्रदान करना हो । यह सब कार्य समान लक्ष्य वाले व्यक्तियों के धार्मिक संगठन द्वारा ही सम्भव है । दर्शन योग धर्मार्थ ट्रस्ट ने अपने ऐसे संगठन-निर्माण का निश्चय किया है ।
सफलता विज्ञान परियोजना
उद्देश्य - मनोरंजक शैली में आम जन (1) पढ़ाई, (2) नौकरी (प्रशासनिक दक्षता), (3) व्यापार, (4) व्यवहार और (5) साधना आदि के क्षेत्र मे सफलता प्राप्त करने के रहस्य को जानकर सफलता के शिखर को छू सकें । यह लक्ष्य है, जिसे पूरा करने के लिए सफलता विज्ञान परियोजना की टीम इस विषय में अनुसंधान, सृजन और प्रचार का कार्य कर रही है । यह दर्शन योग महाविद्यालय की सबके साथ मिलकर कार्यान्वित करने वाली एक अभिनव परियोजना है ।
संस्थापक - दर्शनयोग महाविद्यालय/विश्वकल्याण धर्मार्थ न्यास
प्रबन्धक न्यासी - दर्शन योग धर्मार्थ ट्रस्ट, अध्यक्ष - वैदिक परिषद, निदेशक - दर्शन योग महाविद्यालय
आचार्य - दर्शन योग महाविद्यालय रोजड, अध्यक्ष - दर्शन योग साधना आश्रम, कमोदा, न्यासी - दर्शन योग धर्मार्थ ट्रस्ट
कार्यकारी आचार्य - दर्शन योग महाविद्यालय रोजड, न्यासी - दर्शन योग धर्मार्थ ट्रस्ट
व्यवस्थापक - दर्शनयोग महाविद्यालय रोजड, न्यासी - दर्शनयोग धर्मार्थ ट्रस्ट
कार्यकारी आचार्य- दर्शन योग महाविद्यालय, सुंदरपुर, न्यासी - दर्शन योग धर्मार्थ ट्रस्ट,
कार्यकारी उपाचार्य - दर्शन योग महाविद्यालय, रोजड
प्रबन्धक , दर्शन योग महाविद्यालय, सुंदरपुर
अध्यक्ष - सफलता विज्ञान परियोजना
अध्यक्ष - शैक्षणिक सफलता विभाग - सफलता विज्ञान
अध्यक्ष- प्रशासनिक सफलता विभाग -सफलता विज्ञान
अध्यक्ष - व्यावहारिक सफलता विभाग - सफलता विज्ञान
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